Saturday, September 12, 2009

हाथी बनेगा नया राष्ट्रीय पशु


एक बार मैं नॉर्थ ब्लॉक पर किसी राजनैतिक हलचल को कवर करने के लिये खड़ा था। तभी हममें से किसी एक ने कहा कि यार कसम से मायावती को ही प्रधानमंत्री बना देना चाहिये। सारे भारत को इधर का उधर कर के रख देगी। यूपी में तो करोड़ो के पार्क बनवा कर उसमें हाथी लगवाये जा रहे हैं मानो हाथी बसपा का चुनाव चिन्ह ना होकर राष्ट्रीय पशु हो। कमाल तो ये है कि हाथी को अब तक यू पी का राष्ट्रीय पशु नहीं घोषित किया गया। लेकिन एक बात तो तय है अगर गलती से अगले चुनाव में माया को प्रधानमंत्री की कुर्सी मिल गई तो राष्ट्रीय पशु तो हाथी ही होगा। जी हां इसके अलावा देश भर में कई व्यापक बदलाव होंगे। सबसे पहले तो प्रधानमंत्री कार्यालय यानि की पीएमओ का रंग बदलकर नीला कर दिया जाएगा। राष्ट्रपति भवन का नाम अंबेडकर भवन रख दिया जाएगा। इतना ही नहीं नॉर्थ ब्लॉक का नाम माननीय कांशीराम भवन और साउथ ब्लॉक का नाम भीम भवन रख दिया जाएगा। इंडिया गेट के अन्दर से दाखिल होती हुई एक हाथी की मूर्ति बनाई जाएगी। क्योंकि अगर माया प्रधानमंत्री बनी तो ये तो होना ही है। हां हर शहर में एक कॉलोनी का नाम अंबेडकर कॉलोनी रखना अनिवार्य होगा। अगर माया को लगा कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट खूबसूरत नहीं लग रहे तो उनका भी रंग बदल कर नीला कर दिया जाएगा। और अगर चिरकाल तक माया प्रधानमंत्री बनी रहीं तो तिरंगे में भी एक एक्सट्रा गहरा नीला कलर जोड़ दिया जायेगा। यानि की तब तिरंगे को चौरंगा कहा जाएगा। और इन सभी पुण्य कार्यों को सम्पन्न कराने के लिये कैबिनेट में एक एक्सट्रा मंत्री पद बनाया जाएगा। हर सरकारी दफ्तर के आगे माया की एक मूर्ति ज़रूर रखी होगी जिसकी देखभाल में ज़रा सी चूक हो जाने पर संबंधित विभाग के अधिकारी को फौरन संस्पेंड कर दिया जाएगा। हो सकता है मुगलों की बनाई इमारतों जैसे कुतुबमीनार , लालकिला, ताज़महल से माया को जलन होने लगे और इन धरोहरों के सामने इनसे भी बड़ी और भव्य भीममिनार, मायाकिला और अंबेडकर महल बना दिया जाए। देश भर सारे गुंबद वाले सरकारी भवनों के गुंबद का रंग तत्काल प्रभाव से नीला कर दिया जाएगा। और हर नोट पर एक तरफ गांधी जी और दूसरी तरफ हाथी का निशान बना होगा।

आपका क्या ख़याल है ज़रूर लिखियेगा।जय हिन्द।

3 comments:

  1. भाई ....... ख्याल तो बड़ा नेक है...... मायाराज का बहुत ही सटीक चित्रण किया है........ भाई......
    मेरे तो समझमें ही नहीं आता....... की आंबेडकर ने इस देश को क्या दिया....... सिर्फ चुराए हुए कानून........ भाई....... कायदे से तो K.M. MUNSHI को संविधान का जन्मदाता कहना चाहिए था...... और कांशीराम ने पता नहीं क्या दे दिया इस देश को.........

    इन तीनों ने मिल के देश को कुछ दिया नहीं........ सिवाय चौराहों के........

    हरिजन उत्थान तो बापू ने बहुत पहले शुरू कर दिया था......


    आपला लेख बहुत अच्छा लगा.......

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  2. This is too good dear. In case she becomes the Prime Minister the whole India will become Maya Nagar... You have taken up a very issue in a very stuble light manner but it has the power to move the reader from inside...Great!

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  3. आपको तो एक और मंत्रालय का नाम बताना भूल ही गये....मूर्तिमंत्रालय...और शायद इस मलाइदार मंत्रालय को बहन जी ख़ुद अपने पास रखना पसंद करेंगी...

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